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  • मुंशी प्रेमचन्द की कहानियाँ

    मुंशी प्रेमचन्द की कहानियाँ

    कड़ी : प्रेमचन्द की कहानियाँ सी-डॅक की साइट पर अनेकों ई-पुस्तकें उपलब्ध हैं। इन में से मेरी मनपसन्द हैं मुंशी प्रेमचन्द की कहानियों वाली ई-पुस्तकें। यह ई-पुस्तकें वर्ड फाइलों के रूप में उपलब्ध हैं और हर फाइल में ३ से ६ कहानियाँ हैं। सीडॅक ने यह बहुत उत्कृष्ट काम किया है। पर इन्हें पढ़ने और खोजने…

  • यू मे नॉट किस द ब्राइड

    यू मे नॉट किस द ब्राइड

    मुझे अभी खबर मिली कि आज के हू वांट्स टू बी ऍ मिलियनेयर पर एक प्रश्न यह था – “किस देश में हाल ही में एक दुल्हा-दुल्हन को विवाह पर चुम्बन करने के लिए जुर्माना किया गया – a) तुर्की, b)मिस्र (इजिप्ट), c) भारत या d) एक और देश”। और जवाब था भारत। मुझे हैरानी…

  • क्या नोबेल-विजेता मदर टेरेसा सेंट थीं?

    क्या नोबेल-विजेता मदर टेरेसा सेंट थीं?

    मदर टेरेसा भारत के गिने चुने नोबेल पुरस्कार विजेताओं में से एक थीं। जब कि डा॰ चन्द्रशेखर और डा॰ खोराना जैसे वैज्ञानिक नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने से पहले अमरीका के नागरिक बन चुके थे, मदर टेरेसा ने भारतीय बन कर नोबेल पुरस्कार जीता। परिणामस्वरूप उन के नाम के साथ हमेशा भारत का नाम लिया जाता…

  • लोरेम इप्सम, यानी बेमतलब मसौदा, अब हिन्दी में

    लोरेम इप्सम, यानी बेमतलब मसौदा, अब हिन्दी में

    यदि आप ने पावर-पॉइंट या अन्य कई प्रेज़ेंटेशन या डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयरों पर काम किया होगा तो आप ने “Lorem Ipsum” शब्द कई बार देखे होंगे। इस के साथ कई बार पैरा भर लैटिन जैसा मसौदा भी देखा होगा। कुछ इस तरह Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipisicing elit, sed do eiusmod tempor incididunt…

  • मिले सुर मेरा तुम्हारा

    मिले सुर मेरा तुम्हारा

    इस स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर प्रस्तुत हैं बहुभाषीय एकता गीत “मिले सुर मेरा तुम्हारा” के बोल। इस गीत को हम सब ने दूरदर्शन पर देखा सुना होगा, पर बोल प्रायः हमें उन्हीं भागों के आते हैं जो हमारी जानी-पहचाही भाषाओं में हैं। हिन्दी-फोरम याहूग्रुप पर मैंने पिछले वर्ष एक वार्ता-सूत्र आरंभ किया था, इस…

  • रघुबीर “टालमटोल” गोयल

    रघुबीर “टालमटोल” गोयल

    क्या आप ने इंडिया ग्लोब नामक अखबार का नाम सुना है? मैं ने भी नहीं। पर इंडिया ग्लोब नामक अखबार के पत्रकार श्री रघुबीर गोयल व्हाइट हाउस की हर प्रेस ब्रीफिंग में सामने की पंक्तियों में बैठते हैं और मौका मिलते ही सवाल दाग़ते हैं अमरीका की भारत नीति पर, या पाकिस्तान के बारे में,…

  • नव वर्ष 2062 की शुभकामनाएँ यानी नवरेह मुबारक

    नव वर्ष 2062 की शुभकामनाएँ यानी नवरेह मुबारक

    यदि आप थोड़े से मेरे जैसे हैं तो ज़रूर आपने ३१ दिसम्बर को कुछ वायदे किए होंगे अपने साथ – हफ्ते में पाँच दिन व्यायाम करना, कम से कम हर दूसरे दिन ब्लॉग लिखना, हर जगह देर से पहुँचने की आदत छोड़ देना, वग़ैरा वग़ैरा। और अगर आप थोड़े से और मेरे जैसे हैं, तो…

  • हमारा क्रिकेट प्रेम

    हमारा क्रिकेट प्रेम

    बाल्टिमोर सन के कागज़ी संस्करण में भारतीय विद्यार्थियों का एक चित्र देखा तो उत्सुकता हुई। रिपोर्ट थी भारतीयों में क्रिकेट प्रेम के बारे में, कि किस प्रकार यहाँ के भारतीय विद्यार्थी समुदाय में उत्साह है इस खेल के बारे में जिस के बारे में अन्यथा कोई कुछ नहीं जानता यहाँ। तब ध्यान आया कि भारत…

  • ग़ज़ल का सिर पैर और …पूँछ

    ग़ज़ल का सिर पैर और …पूँछ

    लगभग सभी हिन्दी भाषी जो कविता में रुचि रखते हैं, हिन्दी संगीत में रुचि रखते हैं, किसी न किसी रूप में ग़ज़ल में भी रुचि रखते हैं। जो लोग उर्दू-दाँ नहीं भी हैं और महदी हसन, ग़ुलाम अली की गाई कुछ पेचीदा ग़ज़लें नहीं भी समझ पाते, उनके लिए पंकज उधास अवतार सरीखे आए। उन्होंने…