फरवरी में भारत यात्रा के दौरान कार्यक्रम बना श्रीलंका घूमने का। श्रीलंका भ्रमण का अनुभव बहुत ही बढ़िया रहा। विस्तार से जल्दी लिखूँगा, फिल्हाल यह लघु-चित्र-प्रविष्टि। वहाँ, छाते का एक अनूठा प्रयोग देखने को मिला। अक्सर प्रेमी युगल छाता साथ लेकर चलते हैं — अकस्मात वर्षा हो जाए, उसमें तो काम आ ही जाएगा, पर न भी हो तो आप कहीं भी अपना निजी प्रणय-कक्ष बना सकते हैं। गाल अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास खींचे गए यह दो चित्र देखिए।
एक युगल
दो युगल
ऊपर के चित्र में जो दीवार है, वहाँ से गाल स्टेडियम का यह दृष्य। यह स्टेडियम 2004 की त्सुनामी में बिल्कुल नष्ट हो गया था।
5 replies on “छाता लेकर निकले हम”
कैमेरे के पीछे जो दृष्टि है उसके कायल हुए।शुक्रिया।सप्रेम,
मैं ने अकसर श्रीलंकन महीलाओं, लड़कीयों को छाते के साथ देखा है। २००७ को श्रीलंका मे सिर्फ एक दिन टेहरा।
आपकी तस्वीरें देखी थी. खुबसूरत जगह है श्रीलंका.
छाते का ये प्रयोग इनोवेटिव है 🙂
You can see in Mumbai, they are more innovative.
PS-Sorry for English font and language, as this blog looks very attractive with Hindi.
Most beautiful pictures